Sunday 20 February 2011

बेजान ख़ामोशी

र्तमान परिदृष्य का  अवलोकन करें तो भ्रष्टाचार पर काफी कुछ  लिखा जा रहा है , काफी कुछ  कहा जा रहा है, लेकिन स्थिति जस की तस है !नित ऐसे ऐसे घोटाले सामने आ रहे हैं कि एक अच्छी और ईमानदार सोच रखने वाले  हतप्रभ रह जाते हैं ! जहां एक रुपए  का हिसाब न मिलने पर हमारी  नींद हराम हो जाती है , वहीँ अरबों  का माल गटकने  वाले  इतना माल गटकने पर भी डकार नहीं लेते !

लोग टूट जाते हैं